The best Side of treatment of piles in men
Wiki Article
प्रत्येक रोगी अलग होता है, और चिकित्सक और रोगी को एक-दूसरे की अपेक्षाओं को समझने, जोखिमों और लाभों को तौलने और आपसी निर्णय पर पहुंचने की आवश्यकता होती है।
बवासीर दो प्रकार की होती हैं, जो ये हैंः-
नींबू के रस में अदरक और शहद मिलाकर सेवन करें। इससे पाइल्स में फायदा पहुँचता है।
एलोवेरा जेल अथवा डॉक्टर से सुझाई गई दवा का उपयोग करें।
प्रोलैप्सड पाइल्स : आतंरिक और बाहरी दोनों पाइल्स बढ़ सकते हैं, मतलब वह खिचाव से गुदा के बाहर उभर सकते है। जिसके कारण खून बह सकता है या गंभीर दर्द पैदा हो सकता है।
खूनी बवासीर में किसी प्रकार की पीड़ा नहीं होती है। इसमें मलत्याग करते समय खून आता है। इसमें गुदा के अन्दर मस्से हो जाते हैं। मलत्याग के समय खून मल के साथ थोड़ा-थोड़ा टपकता है, या पिचकारी के रूप में आने लगता है।
एलोवेरा जेल: ताजे एलोवेरा जेल को गुदा क्षेत्र पर लगाने check here से सूजन और दर्द में राहत मिलती है।
बवासीर को अक्सर उच्च प्रसार वाले सबसे आम गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रोगों में से एक माना जाता है। इसको स्थान और गंभीरता के आधार पर वर्गीकृत किया जा सकता है।
अर्जुन की छाल को पानी में उबालें और इसे दिन में दो बार पिएं।
नारियल की जटाओं को जलाकर राख या भस्म बना लें। इसे ताजे मट्ठे में मिलाकर सुबह खाली पेट नियमित रूप से पिएं।
शुरुआती अवस्था में दवा और खानपान से ठीक हो सकता है, लेकिन गंभीर स्थिति में सर्जरी भी करनी पड़ सकती है.
अरष्कुथार रस: आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह पर इसका उपयोग करें।
बाहरी पाइल्स : जब सूजी हुई रक्त वाहिकाएं गुदा के आसपास की त्वचा के नीचे बनती हैं
बवासीर को जड़ से खत्म कैसे किया जाता है?